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विशाखापत्तनम : जहरीली गैस के रिसाव से 7 लोगों की मौत, 300 से ज्यादा अस्वस्थ

अमरावती (आंध्र प्रदेश) । आंध्र प्रदेश के औद्योगिक नगर विशाखापत्तनम में जहरीली गैस के रिसाव से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन सौ से ज्यादा अस्वस्थ लोगों को नजदीती अस्पताल पहुंचाया गया है। आशंका जताई गई है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। प्रशासन प्रभावित क्षेत्र गोपालपुरम को खाली कराने में लगा है। गैस रिसाव की सूचना फैलते ही लोगों को इलाका छोड़ते देखा गया है। अमरावती सचिवालय के सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री आज दोपहर में स्थिति का जायजा लेने के लिए विशाखापत्तनम पहुंचेंगे।

राजस्व विभाग और पुलिस इलाके घरों की तलाशी लेने में जुटी है। बताया जा रहा है कि यह रिसाब रात करीब 3 बजे हुआ, जब लोग गहरी नींद में थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लम्बे लॉकडाउन के बाद एलजी पॉलीमर्स में बुधवार से ही काम शुरू हुआ था। साउथ कोरिया की यह कंपनी विशाखापट्टनम के पास वेंकटापुरम में स्थित है। इसी गांव के लोग गैस रिसाब का ज्यादा प्रभाव है।

विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी विनय चंद के अनुसार वे एनडीआरएफ की टीम के साथ राहत और बचाव कार्य में लगे हैं और स्थिति पर तेजी से नियंत्रण पाया जा रहा है। आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गैस का रिसाव पांच किलोमीटर के दायरे में हुआ है, जिससे करीब दो हजार लोगों के प्रभावित होने की आशंका है।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार सांस लेने की तकलीफ होते ही कुछ लोग पड़ोसी गांव मेघध्रिगाड़ा की ओर भाग निकले। वहीं जो लोग बेहोश हो गए उन्हें प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लगे हैं। गैस रिसाव की घटना में कारखाने के आसपास सड़कों पर कुछ जानवर और पक्षी मृत पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। अस्पतालों को ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है।

जानकारी के मुताबिक 80 से ज्यादा लोग वेन्टिलेटर पर हैं और एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया है। वहीं अन्य अस्वस्थ लोगों को राज्य परिवहन निगम के बसों के जरिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

प्रशासन का कहना है कि कोरोना (कोविड-19) संक्रमण के चलते प्रशासन और मेडिकल तंत्र पहले से ही अलर्ट पर था। इसलिए एम्बुलेंस को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया। सांस लेने में तकलीफ होने के बाद लोग खुद ही परिवार सहित सुरक्षित स्थानों पर जाने में लगे थे। लगभग पूरा इलाका खाली हो चुका है। जिलाधिकारी विनय चंद ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है, लोग धैर्य बनाए रखें। वहीं अमरावती सचिवालय के सूत्रों ने बताया है कि मख्यमंत्री दोपहर दो बजे के करीब स्थिति का जायजा लेने के लिए विशाखापत्तनम पहुंचेंगे।

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