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अब महंगा हुआ ताजमहल का दीदार , समय की भी रहेगी पाबंदी , जाने वजह

नई दिल्ली, 13 फरवरी : आगरा स्थित ऐतिहासिक सौंदर्य वाली धरोहर ताजमहल को देखना अब महंगा हो जाएगा। इतना ही नहीं तो एक समय सीमा के भीतर ही आप ताज का दीदार कर सकेंगे। इसकी घोषणा मंगलवार को केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने की।

अपने मंत्रालय के बजट के संदर्भ में वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि देशी-विदेशी दोनों तरह के पर्यटकों के लिए अब ताज महल देखने के लिए प्रवेश शुल्क कुछ अधिक देना होगा। जहां भारतीय नागरिकों के अब 40 की बजाय 50 रुपए बसूले जाएंगे वहीं विदेशी पर्यटकों से अब 1000 की जगह 1250 रुपए लिए जाएंगे। इतना ही नहीं, ताजमहल के भीतर स्थित मुख्य मंडप तक जाने के लिए 200 रुपए अतिरिक्त देने होंगे। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस मूल्य वृद्धि का उद्देश्य अधिक पैसा जुटाना नहीं है बल्कि व्यावहारिक कठिनाइयों को देखते हुए यह प्रस्ताव किया गया है। बढ़ा हुआ यह प्रवेश शुल्क 1 अप्रैल से लागू होगा।

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इतना ही नहीं, अब एक टिकट पर एक समयबद्ध काल तक ही ताजमहल परिसर में रहा जा सकता है। एक टिकट पर 3 घंटे की समयावधि तय की गई है। ई-टिकटिंग पर प्रवेश पाने के बाद ताज का दीदार कर 3 घंटे के भीतर ही पर्यटक को बाहर निकलना होगा, अन्यथा निकास द्वार पर दोबारा 50 या हर तीन घंटे के हिसाब से दंड देना होगा। केन्द्रीय मंत्री का कहना है कि ताजमहल के भीतर लगातार बनी रहने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

ताज का दीदार करने बड़ी संख्या में आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए भी विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। उनको एयरपोर्ट और बस स्टेशन से लाने-ले जाने के लिए एक कॉरिडोर बनाने की योजना पर विचार चल रहा है। इसके साथ ही ताजमहल में प्रवेश करने के लिए उनको लाइन में न लगना पड़े, इसलिए अलग रास्ते का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही कुछ एेसे लोगों पर भी निगरानी बढ़ाई जाएगी जो सुविधा-सहयोग देने के नाम पर पर्यटकों को परेशान करते हैं। इसे स्थानीय तौर पर लपका कल्चर नाम दिया जाता है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस लपका कल्चर को संज्ञेय अपराध की श्रेणी में लाया जाएगा और प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। (हि.स.)। 

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