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आस्थमा-हे फीवर रोगियों को मनोवैज्ञानिक विकारों का ज्यादा खतरा

नई दिल्ली (ईएमएस)। अस्थमा और हे फीवर के मरीजों में मनोवैज्ञानिक विकारों का खतरा ज्यादा होता है। ताइवान के ट्राई सर्विस जनरल अस्पताल के शोधकर्ताओं ने पाया कि इन एलर्जी जनित बीमारियों से पीड़ितों में 15 साल के अंतराल में मानसिक विकारों के होने की संभावना 11 प्रतिशत ज्यादा होती है, जबकि 6.7 प्रतिशत लोग एलर्जी बीमारियों के बिना ही इस समस्या से जूझते हैं। अस्थमा, हे फीवर और एक्जिमा एलर्जी बीमारियां हैं।

शोधकर्ताओं ने एलर्जी बीमारियों के 46,647 रोगियों और 1,39,941 सामान्य लोगों पर अध्ययन किया। जिसमें पाया गया कि 15 साल के बाद एलर्जी बीमारियों से पीड़ित लोगों में 10.8 प्रतिशत और सामान्य लोगों में 6.7 प्रतिशत मनोवैज्ञानिक बीमारियों की संभावना दर्ज की गई। इस अध्ययन में आगे पाया गया कि एक्जिमा के रोगियों में ये खतरा अस्थमा और हे फीवर के रोगियों की अपेक्षा कम है। साथ ही ये भी देखा गया कि कुछ दवाइयों का सहारा लेकर अस्थमा में मनोवैज्ञानिक विकारों के होने की संभावना को कम किया जा सकता है।

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