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एक बार फिर आंधी-तूफान का कहर, 14 की मौत, कई घायल

लखनऊ (ईएमएस)। उत्तरप्रदेश में एक बार फिर से आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला है। बुधवार शाम आई तेज आंधी, बारिश और बिजली गिरने से अलग-अलग जिलों में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई 28 घायल हैं। सूबे के सीतापुर, फ़ैजाबाद, चित्रकूट, गोंडा, हरदोई, कौशांबी और कन्नौज जिले में आंधी और बारिश ने जमकर कहर बरपाया। अवध क्षेत्र में सात लोगों की मौत हो गई। अकेले सीतापुर में 6, गोंडा में 3 और फ़ैजाबाद में एक की मरने की सूचना है। जबकि कन्नौज व कौशांबी में दो-दो और हरदोई में एक की जान चली गई।

वहीं देश के दूसरे हिस्सों में भी मौसम विभाग ने तेज बारिश की बात कही है। उत्तर-पूर्व के राज्यों में अगले 24 घंटो में भारी बारिश होने की आशंका है और इसलिए यहां अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने कहा कि आज नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और असम में भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण पश्चिम मानसून इस वक्त मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, गांगेय पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय के कुछ और हिस्सों में पहुंचा है, जिसकी वजह से यहां भारी बारिश के आसार है।

उत्तरप्रदेश की बात करें तो गोंडा जिले के नवाबगंज क्षेत्र के अंबरपुर गांव में तेज आंधी की वजह से पेड़ की डाल गिरने से दो चचेरी बहनें कोमल व श्वेता की दबकर मौत हो गई। सीतापुर जिले के सदरपुर क्षेत्र के धर्मपुर में छप्पर की दीवार गिरने से अरबी (20) की मौत हो गई। वहीं, सदरपुर क्षेत्र के सद्दूपुर में टीनशेड व दीवार गिरने से नजर मोहम्मद के पुत्र सुहेल (12) की दबकर मौत हो गई. महोली में छत से गिरकर भन्नू की जान चली गई। दूसरी तरफ फ़ैजाबाद के कैंट क्षेत्र में पेड़ गिरने से मुमताज नगर निवासी श्रीमती (45) की मौत हो गई. वहीं, अयोध्या में 50 से अधिक पेड़ धराशायी हो गए, जबकि छह से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। देश के उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी इलाके में सक्रिय चक्रवात की वजह से मानसून की रफ़्तार धीमी हो गई है। जिसकी वजह से यूपी में मानसून चार से पांच दिन की देरी से पहुंचने की संभावना है।

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