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टेरर फंडिंग मामले में पाक की बड़ी साजिश का खुलासा

लखनऊ (ईएमएस)। आतंकी संगठनों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के मामले में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में हुई छापेमारी के बाद गिरफ्तार किए गए दस लोगों से पूछताछ के दौरान पाक की एक बड़ी साजिश का खुलासा किया गया है। यूपी एटीएस ने दावा किया कि जिन दस लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, उनमें से चार लोग वॉट्सऐप के जरिए पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे। इन लोगों ने अलग- अलग बैंक खातों के जरिए बड़ी राशि का लेनदेन किया था। पाक हैंडलर्स के संपर्क में रहे इन आरोपियों की पहचान उमा प्रताप उर्फ सौरभ, मुशर्रफ अंसारी, शंकर सिंह और संजय सरोज नाम के रूप में हुई है। यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण के मुताबिक गिरफ्तार दस में से चार लोगों को पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया उमा प्रताप ने बताया कि वह पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में था।

उनके कहने पर उसने नया नेटवर्क बना लिया था। यह लोग आपस में वॉट्सऐप के जरिये बात करते थे और वॉट्सऐप के जरिए ही सूचनाओं का आदान प्रदान भी करते थे। एटीएस का दावा है कि उमा ने पूछताछ में स्वीकार कर लिया है कि वह पाकिस्तानी हैडलर्स के लिए काम कर रहा था। वह यूपी समेत कई जिलों में उनके कांटैक्ट मजबूत कर रहा था। एटीएस को उमा के कई करीबियों व उनके बैंक अकाउंट में हुए वित्तीय लेनदेन के बारे में भी अहम जानकारियां मिली हैं। बता दें कि कि उमा प्रताप को यूपी एटीएस ने 24 मार्च को रीवा के सेमरिया स्थित बीड़ा गांव से गिरफ्तार किया था। इसके बाद 25 मार्च को उसे कोर्ट में पेश किया गया था, जहां ट्रांजिट रिमांड मिलने पर उसे सोमवार को लखनऊ लाया गया। एटीएस के मुताबिक मंगलवार को उमा को लखनऊ की अदालत में पेश किया जाएगा जहां एटीएस उसे हिरासत में भेजने की मांग करेगी। आईजी ने बताया कि उमा के अलावा गिरफ्तार कुशीनगर निवासी मुशर्रफ अंसारी से भी आतंकी फंडिंग के राज खंगाले जा रहे हैं।

उमा की तरह मुशर्रफ अंसारी भी पाकिस्तानी हैंडलर्स के जरिये टेरर फंडिंग की साजिश में शामिल था और उसने लश्कर के लिए कई जिलों में नेटवर्क भी विकसित किये थे। उन्होंने बताया कि मुशर्रफ से पूछताछ में टेरर फंडिंग से जुड़े कुछ बैंक अकाउंट्स का भी पता चला है जिनकी पड़ताल के बाद आने वाले समय में इन पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तार 10 लोगों में शेष 6 की इस मामले में भूमिका की जांच की जा रही है और जल्द ही इस संबंध में कई बड़े खुलासे किये जा सकते हैं।

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