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दलित युवक ने घोड़े पर चढ़कर बारात निकालने के लिए पुलिस से मांगी मदद , पुलिस ने ………

कासगंज (ईएमएस)। उत्तर प्रदेश के कासगंज में दलित युवक संजय कुमार ने घोड़े पर बैठ कर बारात निकालने के लिए पुलिस से मदद मांगी है। इसको लेकर उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। कासगंज जिला प्रशासन और पुलिस ने बारात के लिए लंबा और घुमावदार रूटमैप तैयार किया है।

यूपी के हाथरस जिले के संजय कुमार और शीतल की शादी कासगंज के निजामपुर गांव में 20 अप्रैल को होनी है। इसके लिए संजय कुमार ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर घोड़े पर बैठ कर बारात निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने अनुमति देने से मना कर दिया था। पुलिस ने तर्क दिया कि वह इलाका उच्च जाति के लोगों का है, इस तरह बारात निकालने से वहां हिंसा हो सकती है। इसके साथ ही कासगंज पुलिस और प्रशासन ने संजय को बारात निकालने के लिए 800 मीटर लंबे रास्ते का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया था।

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जिस इलाके में युवती का घर है, उस इलाके में 40 दलितों के घर हैं, जबकि 300 उच्च जाति के लोग रहते हैं। हैरानी की बात यह है कि जिस गांव में बारात जानी है, वहां आज तक दलितों की बारात नहीं निकाली गई। लड़के के घरवालों ने निजामपुर गांव में लड़की के घर से करीब 80 मी दूर एक खुले मैदान में शादी समारोह के फैसले पर भी ऐतराज जताया था। इसके बाद संजय ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की। अपनी याचिका में उसने कहा था कि वह घोड़ी पर चढ़कर अपनी बारात ले जाना चाहता है लेकिन इलाके में रहने वाले उच्च जाति के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। साथ ही उसे बारात निकालने के लिए विशेष मार्ग बताया जा रहा है। प्रशासन को मेरी मदद करनी चाहिए क्योंकि मैं भारत का नागरिक हूं। हालांकि कोर्ट ने मामले में दखल देने से इनकार कर दिया।

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