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वल्र्ड इकॉनॉमिक फोरम में महाराष्ट्र को शानदार प्रतिसाद

मुंबई, 23 जनवरी (हि.स.)। स्विटजलैंड के दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच (वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम) का वार्षिक सम्मेलन भारत केंद्रित हो गया है और इसमें महाराष्ट्र अग्रसर रहा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज सम्मेलन मंच से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश में विकास की यशकथा के बारे में पूरी दुनिया को बताया। इसका वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम में जोरदार प्रतिसाद मिला। महाराष्ट्र के प्रतिनिधि मंडल ने आज दिन भर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य की विकास संबंधी गतिविधियों की जानकारी विभिन्न संस्थाओं-पदाधिकारियों को दी गई।

माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्या नाडेला ने आज मुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात की। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सहयोग से महाराष्ट्र के मेलघाट में हरिसाल गांव देश का पहला ‘डिजिटल विलेज’ बनाया जाएगा। इस गांव को विकसित करने के लिए सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री ने नाडेला का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर हुई बातचीत में मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र में पब्लिक क्लाऊड कंप्यूटिंग डेटा सेंटर्स के बारे में सरकार की नीति की विस्तार से नाडेला को बताया और माइक्रोसॉफ्ट प्रमुख ने राज्य की कोशिश की प्रशंसा की। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) की ओर से दावोस में ‘इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर्स इन इंडिया-डिमांड लेड प्लॅनिंग एण्ड फायनान्सिंग’ इस विषय पर बैठक का आयोजन किया। इसमें नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत समेत फडणवीस और दूसरे गणमान्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर नागपुर-मुंबई महाराष्ट्र समृद्धि कॉरीडोर की झलकी प्रस्तुत की गई। राज्य के चौबीस जिलों को जोडऩे वाली कॉरीडोर संपूर्ण राज्य के लिए किसानों के समृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कृषि केंद्र के विकास से कृषि उत्पादन का परिवहन, आपूर्ति और उसके प्रसंस्करण के बारे में सूचना मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रस्तुत किया। फड़णवीस ने कहा कि नागपुर-मुंबई महाराष्ट्र समृद्धि कॉरीडोर भारत की सबसे बड़ी सुनियोजित परियोजना है। इसे तीन साल में पूरा कर लिया जाएगा।

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