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पालघर में वार्षिक ‘वारी’ पदयात्रा को लेकर वारकरी संतो और VHP ने सरकार के विरोध में किया कीर्तन आंदोलन

पालघर : पंढरपुर तक वार्षिक ‘वारी’ पदयात्रा की अनुमति की मांग को लेकर व नजर कैद किये गए जेष्ठ किर्तनकार ह.भ.पा.वेडातात्या कराडकर और वारकरीयों को तुरंत रिहा करने की मांग को लेकर वारकरी संप्रदाय के संतो और VHP व बजरंग दल नें पालघर हुतात्मा चौक पर स्तिथ श्रीराम मंदिर से कलेक्टर दफ्तर तक पैदल यात्रा निकाल कर राज्य सरकार के विरोध में कीर्तन आंदोलन किया.

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वही इस आंदोलन को लेकर उनका कहना था की महाराष्ट्र की हिन्दूधर्म विरोधी सरकार ने वार्षिक ‘वारी’ पदयात्रा के विरोध में गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी भगवान विठ्ठल रखुमाई की पंढरपुर तक वार्षिक ‘वारी’ पदयात्रा को रोकने का “मुगलिया फरमान” जारी किया है. इस फैसले के विरोध में जब वारकरी संत मंडली पंढरपुर के लिए रवाना हुए तो उन्हें जबरन पकड़ कर जेष्ठ किर्तनकार ह.भ.पा.वेडातात्या कराडकर को नजर बंद कर, हमारे संतो और वारकरीयों के साथ जो अपराधियों की तरह व्यवहार किया गया उसके लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सामूहिक रूप से माफ़ी मांगते सभी लोगों इज्जत के साथ रिहा करना चाहिए इसके लिए हम आज यह आंदोलन कर रहें हैं .

साथ ही सरकार से हमारी मांग है की जिस तरह सरकार ने बस में .ऑफिसों ,सिनेमा घरों ,होटलों में शर्तो के साथ 50 प्रतिशत लोगों को बैठाने और कामकाज के लिए छुट दी हैं, उसी प्रकार अषाढ़ी एकादशी से महाराष्ट्र में शुरू होने वाले वारकरी सप्ताह में वार्षिक ‘वारी’ पदयात्रा,भजन कीर्तन पूजा पाठ के लिए भी अनुमति देना चाहिए .अगर मुख्य मंत्री हमारी मांगो को पुरा नहीं करते हैं तो उनको पंढरपुर में पूजा के लिए नही आना चाहिए.

इस अवसर पर वारकरी संप्रदाय के संत और वारकरी, वीएचपी व बजरंग दल के जिला अध्यक्ष राजकुमार नागशेठ,जिला मंत्री सुशिल शाह,चंदन सिंह ,मुकेश दुबे समेत वीएचपी व बजरंग दल के अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौजूद थे.

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