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प्रणब मुखर्जी के आरएसएस मुख्‍यालय में भाषण के बाद बेटी ने कहा जिसका डर था, वही हुआ

नई दिल्ली (ईएमएस)। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी एवं कांग्रेस की नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि जिस बात का हमें डर था आखिर वहीं हुआ, मैने अपने पिता को इस बारे में आगाह किया था। सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ की गयी तस्वीरों में ऐसा नजर आ रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति संघ नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरह अभिवादन कर रहे हैं।

गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति की बेटी और दिल्ली कांग्रेस महिला विंग की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उन्हें ‘आगाह’ किया था। पूर्व राष्ट्रपति के संघ मुख्यालय के कार्यक्रम में पहुंचने के कुछ देर बाद ही एक मॉर्फ्ड तस्वीर सामने आई। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच पर मौजूद प्रणब आरएसएस की काली टोपी पहने नजर आए। इसके अलावा, वह संघ की प्रार्थना के वक्त स्वयंसेवक की तरह सीने के सामने हाथ उठाए नजर आए। असल में प्रणब ने ऐसी कोई टोपी नहीं पहनी। प्रार्थना के वक्त वह बस सावधान की मुद्रा में खड़े भर थे। इस तस्वीर को शेयर कर शर्मिष्ठा ने कहा, ‘देखिए, इसी बात का मुझे डर था और अपने पिता को इस बारे में आगाह किया था। अभी कुछ घंटे ही नहीं बीते हैं, लेकिन बीजेपी/आरएसएस का डर्टी ट्रिक डिपार्टमेंट पूरी तरह काम में जुट गया और ऐसी तस्वीर सामने आई है।’ बता दें कि शर्मिष्ठा ने अपने पिता के संघ मुख्यालय जाने को लेकर एक दिन पहले ही आगाह किया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि लोग यह भूल जाएंगे कि प्रणब ने इस कार्यक्रम में क्या कहा था और उन्हें बस तस्वीरें याद रह जाएंगी। शर्मिष्ठा ने अपने बीजेपी में जाने की खबरों का भी खंडन किया था।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘वरिष्ठ नेता और विचारक प्रणब मुखर्जी की आरएसएस मुख्यालय में तस्वीरों से कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता और भारतीय गणराज्य के बहुलवाद, विविधता एवं बुनियादी मूल्यों में विश्वास करने वाले लोग दुखी हैं।’ उन्होंने कहा, ‘संवाद उन्हीं लोगों के साथ हो सकता है जो सुनने, आत्मसात करने और बदलने के इच्छुक हों। यहां ऐसा कुछ नहीं जिससे पता चलता हो कि आरएसएस अपने मुख्य एजेंडा से हट चुका है। संघ वैधता हासिल करने की कोशिश में है।’ कांग्रेस ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर कहा कि ‘यह नहीं भूलना चाहिए कि आरएसएस क्या है?’

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