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300 फीसदी की दर से बढ़ रहे हैं साइबर क्राइम

मुंबई, 26 दिसंबर (हि.स.)। साइबर सुरक्षा मामलों पर नजर रखने वाले संगठन साइबर लॉ डॉट नेट की ओर से साइबर खतरों के बारे में आगाह किया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो साल के दौरान 300 प्रतिशत की दर से साइबर क्राइम बढ़े हैं। तकनीकी युग में आज ऑनलाइन बैंकिंग, शॉपिंग, ट्रेडिंग व बिजनेस का प्रचलन बढ़ गया है, सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं के साथ ही साइबर क्रिमिनल्स का भी दखल बढ़ गया है। जिस गति से इंटरनेट डेटा की खपत हो रही है, प्रयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है, उस गति से कंप्यूटर क्राइम से निबटने की प्रणाली को विकसित नहीं किया जा सका है।

साइबर सुरक्षा की खामियों का फायदा उठाते हुए साइबर क्रिमिनल्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। इसे रोकने के लिए साइबर जगत से जुड़े विशेषज्ञों ने बेहतर साइबर लॉ बनाने की वकालत की है। विश्व में आज फेसबुक के 1.23 ट्रिलियन यूजर्स हैं, जबकि ट्वीटर के 325 मिलियन यूजर्स रोजाना इंटरनेट का उपयोग करते हैं। भारत में 81 फीसदी लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं, जबकि 84 फीसदी आस्ट्रेलियाई नागरिक नेट सर्फर व सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। इंटरनेट डेटा की खपत में पिछले कुछ वर्षों से आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोतरी हुई है। साल 2015 में 11592 और साल 2016 में साइबर क्राइम के 12000 से ज्यादा केस भारत में दर्ज हुए थे। इस साल साइबर क्राइम के मामलों में बेतहाशा रूप से बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा मामले डेबिट-क्रेडिट कार्ड से सूचना चोरी कर कैश निकाले जाने, हैकिंग के जरिए मनी ट्रांसफर करने, स्पैम व फिशिंग के जरिए कम्प्यूटरों से महत्वपूर्ण सूचनाओं की चोरी कर उसके बदले धन उगाही करने जैसे अपराधों में इजाफा हुआ है।

नाइजेरियाई हैकरों की सक्रियता के साथ ही चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी के मामले भी बढ़े हैं। साइबर क्राइम में पिछले दो साल के दौरान 300 प्रतिशत की दर से साइबर क्राइम बढ़े हैं। साइबर लॉ डॉट नेट की ओर से एक सर्वे किया गया, जिसमें इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी, कॉर्पोरेट सेक्टर, सर्विस प्रूवाइडर्स, साइबर सुरक्षा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों की राय ली गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए सभी देशों को एक ठोस मानक का गठन करना चाहिए। हाईटेक इक्वीपमेंट और हाई टेक प्रणाली से युक्त साइबर लैब शुरू किया जाना चाहिए। नेशनल साइबर सिक्योरिटी पॉलिसी बनाने की दिशा में भी सभी सरकारों को ठोस नीति को लागू करने का प्रयास करना चाहिए। 

साइबर लॉ, साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी के मुद्दे पर पिछले महीने एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था, जिसमें साइबर सुरक्षा से संबंधित 51 अलग-अलग विषयों को शामिल किया गया था। साइबर सुरक्षा और साइबर सुरक्षा कानून के समक्ष आनेवाली चुनौतियों, साइबर अपराधों को रोकने के लिए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को एकत्रित करने, रैनसमवेयर, बोटनेट्स, स्पैम, मैलवेयर, स्पाइवेयर की पहचान करने के साथ साइबर कूटनीति, साइबर संप्रभुता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का निर्माण करने पर चर्चा की गई। 

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