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आम के पेड़ों पर समय से पहले ही आए मंजर

मालदा, 28 जनवरी= बसंत ॠतु के आगमन में कुछ दिन और बाकी है। बसंत ॠतु के आने की सूचना पेड़-पौधे व हवाएं देने लगती हैं। भले ही तिथि के अनुसार बसंत ॠतु की शुरुआत एक फरवरी से हो रही है, लेकिन आम के मंजर पहले ही इसकी अनुभूति कराने लगे हैं।

मालदा में आम के पेड़ों पर समय से पहले ही मंजर दिखाई देने लगे हैं। किसानों का मानना है कि अनुकूल मौसम व सरकारी विभाग से मिले परामर्श के अनुसार कार्य किए जाने के कारण ऐसा हुआ है। जिस तरह से मंजर आया है, यदि बारिश या ओला नहीं गिरा तो इस बार आम का रिकॉर्ड उत्पादन होगा।

जिला उद्यान व पालन विभाग के उप निदेशक राहुल चक्रवर्ती ने कहा कि इस साल आम का सीजन है। घना कुहासा व अत्याधिक ठंड नहीं गिरने के कारण मंजर कुछ जल्द आ गया है। अब तक सबकुछ ठीक रहा और आगे भी मौसम अच्छा रहा तो आम की खेती करने वाले किसानों का घर भर जाएगा। पिछले साल आम का सीजन नहीं था, इसके बावजूद मालदा से तीन लाख मिट्रिक टन आम का उत्पादन हुआ था। इस बार कम से कम चार लाख मिट्रिक टन के उत्पादन की उम्मीद की जा सकती है।

साहापुर ग्राम पंचायत के आम की खेती करने वाले गोपाल मंडल, सुरेश घोष, मनोज घोष, अरविंद घोष का कहना है कि फरवरी महीने के दूसरे सप्ताह में मंजर आता है लेकिन इस साल पहले ही मंजर आ गया। हालांकि यह खुशी देने वाला है। उद्यान पालन विभाग की माने तो जनवरी महीने में अधिकांश आम के पेड़ों पर मंजर चला आया है। यह शुभ संकेत है। किसानों को बगीचे को पानी देना होगा तथा चारों ओर साफ-सफाई रखना होगा। गोपाल भोग, बम्बई, सरिखास, सफदार, बैखाशी, जलदि प्रजाति के आम को कीटों के बचाने पर भी नजर रखनी होगी। जरूरत होने पर कीटनाशक का उचित मात्रा में छिड़काव करना होगा।

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