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खाड़ी देशों को कतर के खिलाफ नाकेबंदी में ढिलाई देनी चाहिए: रेक्स टिलरसन

वाशिंगटन, 10 जून = अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि खाड़ी देशों को कतर के खिलाफ नाकेबंदी में ढिलाई देनी चाहिए। सऊदी अरब की अगुवाई में छह खाड़ी देशों ने सोमवार को कतर पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ कूटनीतिक संबंध तोड़ दिए थे।
अमरीकी विदेश मंत्री ने कतर के अमीर की चरमपंथी गुटों को आर्थिक मदद पर अंकुश लगाने के बयान की तारीफ तो की लेकिन कहा कि इस संबंध में और भी काफी कुछ करने की गुंजाइश है। कतर ने इस्लामिक गुटों को मदद करने के आरोप से इन्कार किया है।

कतर के अपने पड़ोसी देश खासकर सऊदी अरब से पिछले कई सालों से तनावपूर्ण रिश्ते हैं और सोमवार को अचानक सऊदी अरब की अगुवाई में छह देशों में कतर को अलग-थलग करने के मकसद से उससे रिश्ते तोड़ दिए थे। बहरीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने उनके देशों में रह रहे कतर के नागरिकों को दो हफ्ते के अंदर देश छोड़कर चले जाने को कहा था। साथ ही, अपने नागरिकों को भी हिदायत दी थी कि वे कतर की यात्रा न करें।

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टिलरसन ने वॉशिंगटन में कहा, ‘नाकेबंदी के कारण आम लोगों को परेशानी हो रही है। हम खाने की कमी देख रहे हैं, परिवारों को मजबूरन अलग होना पड़ रहा है और बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ रहा है।’ ‘टिलरसन ने कहा कि मौजूदा विवाद से आतंकवाद के खिलाड़ लड़ने में क्षेत्रीय सहयोग पर असर पड़ेगा। अमरीका का कतर में बड़ा एयरबेस है और यहां लगभग 10 हज़ार अमरीकी सैनिक हैं।
कतर का तर्क

कतर अपने मानवाधिकार परिषद के जरिए ये तर्क दे रहा है कि सऊदी अरब, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात उन सब लोगों के मानवाधिकारों का हनन कर रहे हैं जो उड़ानों पर प्रतिबंधों के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। कतर का कहना है कि खाड़ी सहयोग परिषद के देशों के बीच सीमाएं कभी भी इस तरह से बंद नहीं रही हैं।

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