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देश में 10 प्राइवेट व 10 पब्लिक युनिवर्सिटी बनेंगे वर्ल्ड क्लास युनिवर्सिटी : पीएम मोदी

पटना, 14 अक्टूबर : प्रधानमंत्री नरेेन्द्र मोदी ने देश में 10 प्राइवेट और 10 पब्लिक युनिवर्सिटी को वर्ल्ड क्लास युनिवर्सिटी बनाने की नयी योजना की घोषणा की है। इसके लिए पांच वर्षों में 10 हजार करोड़ रुपये सरकार खर्च करेगी। अभी दुनिया के 500 टॉप युनिवर्सिटी में भारत की एक भी युनिवर्सिटी नहीं है। वर्ल्ड क्लास युनिवर्सिटी के सेलेक्शन हेतु तय मापदंडों को पूरी करने के लिए प्रतिस्पर्धा होगी । थर्ड पार्टी को सेलेक्शन करने का जिम्मा मिलेगा। देश का वर्ल्ड क्लास युनिवर्सिटी सरकार के नियंत्रण से बाहर होगा। यह स्वतंत्र रूप से चलेगा |

प्रधानमंत्री ने शनिवार को यहां पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्यमंत्री अतिथि संबोधित कर रहे थे। पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग और कई बार इसके लिए अनुनय विनय के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय को अब बीते हुए कल की बात है। हम उससे एक कदम आगे ले जाना चाहते हैं। इसके लिए राज्य सरकार को भी कई कदम उठाने होंगे । पटना युनिवर्सिटी भी वर्ल्ड क्लास युनिवर्सिटी बनेगा पर इसके लिए इस युनिवर्सिटी को भी मापदंडों को पूरा करना होगा। यह पीएम की मर्जी , सीएम की सिफारिश और चिट्ठी लिख देने भर से नहीं होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार ने आईआईएम को सरकार ने नियंत्रण से मुक्त कर दिया है।

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प्रधानमंत्री ने वैश्विक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण, आधुनिक और रोजगारमूलक शिक्षा की स्पर्धा और शिक्षा में सुधार एवं बदलाव को लेकर समय के मद्देनजर सोचने पर बल दिया। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय के गौरवशाली अतीत की सराहना करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती छात्रों को उनके ज्ञान, अनुभव, पद के प्रभाव का लाभ उठाने के लिए निरंतर जोड़कर रखने की जरूरत है। इससे व्यापक बदलाव और सुधार में मदद मिलेगी । 
पीएम मोदी ने कहा कि पहले विश्वविद्यालय सीखाने-पढ़ाने की जगह होती थी। पर अब शिक्षा का काम दिमाग को खाली और खोलने का है। इसी परिकल्पना से उच्च शिक्षा में सुधार के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने केन्द्र की स्टार्ट अप योजना में अधिकाधिक लोगों से जुड़ने और मुद्रा योजना का लाभ उठाने के साथ हर क्षेत्र में मेधा को प्रोत्साहित करने हेतु नवाचार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार में सरस्वती की कृपा रही है। लक्ष्मी की कृपा की जरूरत है। केन्द्र और राज्य सरकार कंधा से कंधा मिलाकर बिहार की तस्वीर बदलने और 2022 तक समृद्ध राज्य बनाने के लिए संकल्पित है। 

समारोह में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी विचार व्यक्त किया। कुलपति डा.रास बिहारी प्रसाद सिंह ने स्वागत भाषण किया। उन्होंने कहा इस विश्वविद्यालय में अभी 28 हजार छात्र हैं | नये शैक्षणिक सत्र से 12 नये विषयों में पीजी की भी पढ़ाई शुरू होगी। (हि.स.)।

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