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लॉकडाउन में पहिए थमने से कुछ ऐसा है पेट्रोल और डीजल का हाल

नई दिल्ली. कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. मगर भारत में कच्चे तेल के दामों में गिरावट से ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है. इसके पीछे का कारण ये है कि एक माह से ज्यादा हो गया है कि वाहनों के पहिए थमे हुए हैं. इससे पेट्रोल व डीजल की खपत कम हो गई है. जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल के दामों में भी बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है.

कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन से भारत में भी सब ठप है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन के कारण देश में पेट्रोल और डीजल की मांग कम है, जिसकी वजह से 16 मार्च से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. आज भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं आया है. आज भी पेट्रोल और डीजल कल वाले ही दाम पर बिक रहे हैं.

पेट्रोल की दरें –

सोमवार यानी आज 20 अप्रैल को एक बार फिर से देश को चारों बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम कल वालें ही हैं. दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 69.59 रुपये प्रति है. जबकि मुंबई में पेट्रोल 76.31 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है. वहीं कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल 73.30 और चेन्नई में पेट्रोल 72.28 रुपए प्रति लीटर पर है.

डीजल की नई दरें.

अब बात अगर डीजल की नई दरों की जाये तो पेट्रोल की ही तरह आज डीजल के भी दाम स्थिर हैं. दिल्ली में एक लीटर डीजल 62.29 रुपये प्रति लीटर है, मुंबई में डीजल के दाम 66.21 रुपये प्रति लीटर है.

अब नजर अगर अन्य दो महानगरों पर डाली जाये तो कोलकाता और चेन्नई में भी पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. कोलकाता में एक लीटर डीजल के दाम 65.62 रुपये प्रति लीटर है. जबकि चेन्नई में डीजल के दाम 65.71रुपये प्रति लीटर है. मार्च में जहां डीजल-पेट्रोल की मांग में 20 पर्सेंट की गिरावट आई, वहीं अप्रैल में 40 पर्सेंट की कमी की आशंका है.

क्रूड को कोई सहारा नहीं

कच्चे तेल की कीमतों में आज फिर गिरावट देखने को मिल रही है. WTI क्रूड 15 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है. स्टोरेज की किल्लत के कारण कच्चे तेल पर दबाव है.

कच्चे तेल में लगातार 8वें हफ्ते गिरावट देखने को मिली है. क्रूड के दाम 20 साल के निचले स्तर के करीब नजर आ रहे हैं। पिछले हफ्ते WTI क्रूड 32 फीसदी तो ब्रेंट 31 फीसदी गिरा है. ज्यादा सप्लाई, स्टोरेज की कमी के कारण दबाव देखने को मिल रहा है। दुनियाभर में स्टोरेज पूरे भरने के करीब हैं.

US में इंवेंट्री 53.5 Cr बैरल के रिकॉर्ड के करीब आ गए हैं. दुनिया भर में लॉकडाउन से डिमांड में भारी गिरावट आई है. उत्पादन कटौती से बाजार में बैलेंस की उम्मीद नहीं है. डिमांड में गिरावट के मुकाबले उत्पादन कटौती नहीं हो पाई है.

इस साल क्रूड के दाम 80 फीसदी गिरे हैं. ग्लोबल फ्यूल डिमांड 30 फीसदी गिरी है. US,कनाडा में रिग काउंट में गिरावट आई है। रूस मई से एक्सपोर्ट में कमी करेगा. ऑनशोर स्टोरेज करीब 85 फीसदी भर गए हैं.

एंजेल कमोडिटीज ने क्रूड फ्यूचर्स में ट्रेडिंग रोक दी है. ट्रेडर्स की सुरक्षा के लिए ट्रेडिंग सस्पेंड की गई है. क्रूड के उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला किया गया है. क्रूड अप्रैल एक्सपायरी में 13.5 करोड़ रुपये का बकाया है. (एजेंसी, हि.स.)

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