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प्रियंका का सवाल- अपराधी का अंत हुआ, अपराध को संरक्षण देने वालों का क्या?

नई दिल्ली। कांगेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने पर इसे अपराधी का अंत बताया है। साथ ही उन्होंने सवाल भी उठाया है कि अपराधी का तो अंत हो गया लेकिन अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?

प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?’ उनका इशारा इस ओर था कि उप्र से भागे अपराधी को 8 दिन किसने संरक्षण दिया, इसका भी पता लगाया जाना चाहिए।

कांग्रेस नेता ने बीते दिन गुरुवार को भी कहा था कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। ऐसे में योगी सरकार को पूरे मामले की सीबीआई जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि अलर्ट के बावजूद आरोपित का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि विकास दुबे एन्काउन्टर में मारा गया। कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी। पर कई सवाल छूट गए जैसे- अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया? उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते? और पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्ज़ जारी क्यों नहीं किया गया? योगी सरकार को इन सवालों के जवाब भी जगजाहिर करने होंगे।

उल्लेखनीय है कि कानपुर के बिकरू गांव में बीते दो जुलाई की रात गैंगस्टर विकास दुबे की गैंग ने 8 पुलिसवालों को गोलियों से भून दिया था। इसके बाद से विकास 3 राज्यों की पुलिस को चकमा देकर यूपी से हरियाणा और फिर राजस्थान होते हुए मध्यप्रदेश पहुंच गया। सरेंडर के अंदाज में उज्जैन के महाकाल मंदिर से गुरुवार को विकास की गिरफ्तारी हुई। यूपी पुलिस उसे कानपुर ले जा रही थी लेकिन रास्ते में विकास ने फिर भागने की कोशिश की, जिस बीच पुलिस ने विकास को एनकाउंटर में मार गिराया। (एजेंसी, हि.स.)

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