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देवताओं की तरह पूजनीय है शहीद : बाजौर

झुंझुनूं, 08 अप्रैल = सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा है कि शहीद देश की धरोहर है, हमें इनके मान और सम्मान में किसी तरह की कमी नहीं रखनी चाहिए और ना ही शहीद को जाति और धर्म में बांटना चाहिए। वे शहीद सम्मान यात्रा के आठवे दिन झुंझुनू एवं नवलगढ पंचायत समिति के दर्जनभर से अधिक गांवों में शहीद परिवारों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि जब जवान देश की रक्षा के लिए सरहद पर अपने प्राणों की बाजी लगाकर वीर गति को प्राप्त होता है, तो हम सबका फर्ज बनता है कि हम भी उनके परिवार की समृद्वि की कामना करें। उन्होंने कहा कि जब एक जवान यु़द्ध के दौरान लड़ता है, तो वहां जाति और धर्म देखकर गोली नहीं मारी जाती है। शहीदों को सच्ची श्रद्धाजंलि तभी होगी, जब हम उनकी पूजा करें। उन्होंने कहा कि शहीदों को शेखावाटी में लोक देवता के रूप में पूजा जाने लगा है, यही कारण है कि अब नवविवाहित जोड़े शहीदों की प्रतिमाओं पर जात देते है, तो नवजात बच्चों के जडूले भी प्रतिमाओं पर चढ़ाए जाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि शहीद परिवार के सुख और दुख में आमजन अपनी भागीदारी निभाएं, तभी शहीदों को सच्ची श्रंद्धाजलि होगी। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे परीक्षा देने से पहले शहीद को नमन करके जाएंगे, तो निश्चित रूप से वे अच्छे नम्बरों से पास होंगे और उन्हें शहीद के जीवन से प्रेरणा भी मिलेगी।

रविवार को अजमेर आएंगी शेख हसीना.

पातुसरी गांव के शहीद विनोद कुमार के परिजनों द्वारा झुंझुनू के मण्डावा मोड पर संचालित प्याऊ में वाटर कूलर लगाने की मांग पर बाजौर ने सहमति देने के साथ ही कहा कि जहां भी शहीद की मूर्ति एवं स्मारक नहीं है उनके लिए गांव के लोग जमीन उपलब्ध करवाएं, तो शहीद की प्रतिमाएं भामाशाहों के सहयोग से लगवाई जाएंगी, ये उनका वादा है। उन्होंने कहा कि अगर शहीद एवं सैनिकों तथा गौरव सैनानियों के बच्चे सीकर स्थित सीएलसी संस्थान में पढऩा चाहेंगे, तो संस्थान के संचालक उन्हें 50 प्रतिशत छूट देकर पढ़ाने को तैयार है। पातुसरी गांव में सुबेदार ओनाड सिंह ने विद्यालय के नाम का शुद्धिकरण करने, विद्यालय में विज्ञान संकाय खुलवाने, अस्पताल को क्रमोन्नत करवाने, जयपुर बस को वाया पातुसरी चलवाने और वीरांगनाओं की लड़कियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने की मांग भी की।

जाखल गांव के कार्यक्रम में तीन शहीद वीरांगनाओं को सम्मानित करते हुए बाजौर ने घोषणा की कि जाखल से भोडक़ी सडक़ को उदयपुरवाटी विधायक के संयुक्त प्रयास से जल्द ही बनवा दिया जाएगा। विधायक शुभकरण चौधरी ने कहा कि बाजौर ने शहीद परिवारों की वेदनाओं को समझते हुए उनकी समस्याओं के समाधान के लिए झुंझुनू जिले से जो शुरूआत की है, वह हमारे लिए गर्व की बात है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विकास अधिकारी दिलीप सिंह शेखावत ने प्रेमसिंह बाजौर को दानवीर की संज्ञा देते हुए बताया कि बाजौर ने अपनी काबिलियत के बलबूते पर सरपंच से राज्य मंत्री तक का सफर तय किया है। इस गांव में बाजौर ने शहीद कालूराम की 82 वर्षीय वीरांगना माम कौर को शॉल ओढाकर सम्मानित किया।

बिशनपुरा के शहीद शीशराम की मूर्ति पर मालार्पण करने के दौरान स्कूली छात्राओं ने राष्ट्रगान एवं वीरता से संबंधित गीत भी प्रस्तुत किया। बाजौर ने यहां सावतराम बाबा के मंदिर में धोक लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। शनिवार को राज्य मंत्री बाजौर पातुसरी, बिशनपुरा अजाडी कलां, गुमाना का बास, मालसर, जाखल, मझाउ, सहित लगभग दो दर्जन गांवों में गए और वहां शहीद के परिजनों एवं वीरागंनाओं का शॉल ओढाकर सम्मान किया। शहीद सम्मान यात्रा के दौरान कर्नल जगदेव राम, विश्वम्भर पूनियां, पार्षद कुलदीप पूनियां, सैनिक कल्याण अधिकारी अमीलाल कृष्णियां, चौधरी विनोद कुमार झाझडिया आदि जनप्रतिनिधि, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य भी उपस्थित थे।

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