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पुणे : श्वेता शाह के पहले उपन्यास ‘आई वियर द स्माइल यू गेव’ का विमोचन..

पुणे,(गौरव सिंह ) , 15अक्टूबर, 2017 : पुणे की आईटी प्रोफेशनल श्वेता शाह के पहले उपन्यास ‘आई वियर द स्माइल यू गेव’ का हाल ही में क्रासवर्ड, फिनिक्स मार्केट सिटी में विमोचन हुआ। यह उपन्यास दोस्ती, प्रेम और कर्तव्य की दुःखद प्रेम कथा पर आधारित है और पुस्तक के नायक के जीवन की सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। फिल्मकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता युवराज शाह इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे। ब्लू रोज पब्लिशर के माध्यम से प्रकाशित यह पुस्तक अब पूरे भारत के आफ लाइन स्टोर्स के साथ-साथ अमेजान, फ्लिपकार्ट, शाॅप क्लूज, बुक अड्डा (सपना आनलाइन), ब्लू रोज पब्लिशर्स पर आॅनलाइन उपलब्ध है।

~        दोस्तीप्रेम और कर्तव्य पर आधारित है यह पुस्तक

~        फिल्मकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता युवराज शाह मुख्य अतिथि बने.

 श्वेता कहती है कि उनके लिए लेखन हमेशा से नैसर्गिक रहा और उसके पिता उसकी प्रेरणा हैं। फिलहाल वे अपने दूसरे उपन्यास पर काम कर रही है। कम्प्युटर विषय में शिक्षित श्वेता जर्मन भाषा की भी विशेषज्ञ हैं तथा 8सालों से आईटी के क्षेत्र में कार्यरत है। उन्हें न केवल भारत में बल्कि फिलिपिंस और जर्मनी में भी अपने प्रोजेक्टस के लिए कई पुरस्कार तथा सम्मान मिले हैं। वे एक रैकी मास्टर भी हैं। उन्हें अलग-अलग विधाओं में महारथ हांसिल है।

LtoR-Yuvraj Shah, Social Activist & Filmmaker and Author Shweta Shah, Author, I wear the Smile You Gave launching the book
LtoR-Yuvraj Shah, Social Activist & Filmmaker and Author Shweta Shah, Author, I wear the Smile You Gave launching the book

 इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता तथा फिल्मकार युवराज शाह ने कहा, ‘श्वेता की पुस्तक युवा पीढी के लिए प्रेरणादायी है। यह न केवल प्रेम, परिवार तथा मित्रता के सौंदर्य को दर्शाती है बल्कि अपने देश के प्रति सम्मान तथा कर्तव्य के महत्व की सीख भी देती है। युवाओं का मनोरंजन करने के साथ-साथ उन्हें नैतिक मूल्यों की शिक्षा देने की दिशा में इस पुस्तक को एक सफल उद्यम बनाने के लिए बधाई देता हूँ।’ 

 अपनी पुस्तक के बारे में चर्चा करते हुए श्वेता शाह कहती है कि मेरी पुस्तक ‘आई वियर द स्माइल यू गेव’पुस्तक के नायक के जीवन की सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। यह तीन पात्रों के बीच प्रेम और मित्रता का संघर्ष है। 

 आगे वे स्पष्ट करती है, ‘अजीत की अदिती के प्रति प्रेमासक्ति तथा सुमी से प्रेम की चाहत ही इसकी कथावस्तु है। जबकि, अजीत अपने पिता के सामने अपनी कीमत साबित करने के लिए सेना में चला जाता है, वह प्रेम से ज्यादा अपने परिवार, कर्तव्य तथा सम्मान को चुनता है। कहानी एक कड़वे दुःख की तरफ मुड़ जाती है, जो तीनों पात्रों को जोड़ती है, जिससे बाद वाले सालों मे उनका प्रेम हमेशा के लिए बदल जाता है।’

 चैम्प रीडर्स एसोसिएशन के संस्थापक सागर आजाद कहते हैं, ‘हमारा संगठन हमेशा से नए लेखकों को साहित्य से परिचित करने के लिए हमेशा उनके साथ काम करता आया है। हमें श्वेता और उनकी पुस्तक को पाठकों से परिचित करवाते हुए खुशी महसूस हो रही है। पाठक इसकी दिलचस्प कथावस्तु तथा लेखन की सृजनात्मक शैली में निश्चित ही अपनी रूचि प्रदर्शित करेंगे।’ 

 आगे पढ़े : हार्ट अटैक आने पर क्या करें ? जब आपके आसपास कोई ना हो…

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