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गोरखपुर में दुग्ध प्लांट खुलने से , पशुपालकों के खुलेंगे भाग्य !

गोरखपुर/देवरिया, 19 जनवरी=  गोरखपुर मंडल के पशुपालकों के दिन बहुरने वाले हैं। दूध बेंचने के लिए अब इधर-उधर नहीं देखना होगा। कम कीमत पर अपने पशुओं के दूध को बेचने की विवशता भी नहीं होगी। वजह, गोरखपुर जिले के नौसढ़-खजनी रोड स्थित हरैया गांव में 10 एकड़ क्षेत्र में पराग ने प्लांट लगाकर दूध की धारा बहाने की तैयारी कर ली है। मार्च 2018 तक यह प्लांट तैयार हो जाएगा।

इतना ही नहीं, इससे जुड़ने वाले किसानों और पशुपालकों को पराग की ओर से सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएगी। पशुओं के इलाज, उनके चारा, दवाइयों, चाराबीज, प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था होगी। मिलने वाले सरकारी अनुदानों और सुविधाओं की जानकारियां देकर उनके दूध उत्पादन और क्वालिटी को बनाए रखने की कोशिशें भी होगीं।

देवरिया दुग्ध अवशीतन प्रबंधक अनिल कुमार सिंह की मानें तो पराग दुग्ध संघ ने गोरखपुर में दुग्ध उत्पादन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंडल के देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर और महराजगंज में दूध समितियों को गठित करने का काम तेजी पर है। हर दिन एक लाख लीटर दूध इकट्ठा करने के साथ ही इसे लोगो तक पहुंचाए जाने के उपायों पर काम शुरू है।

अनिल कुमार सिंह के मुताबिक सवा लाख लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए मंडल में 1500 दुग्ध समितियों को सक्रिय करने की योजना पर काम चालू है। इसमें सफलता भी मिलने लगी है। कुशीनगर में 35, देवरिया में 70 और गोरखपुर में 125 समितियां सक्रिय हैं। हालांकि मंडल में अभी 200 समितियां ही जीवित हैं। सर्वाधिक दूध देवरिया जिले से 4000 लीटर प्रतिदिन इकट्ठा हो रहा है। शुरुआती दिनों में हर जिले से 30 हजार लीटर औसत दूध उत्पादन का लक्ष्य है।

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